तलाक सेमुक्ति पानेके लिए ये कर | REMEDY OF DIVOCE
तलाक से मुक्ति पाने के लिए ज्योतिषीय उपाय और कुछ आध्यात्मिक विधियाँ की जा सकती हैं, जो जीवन में शांति और सामंजस्य स्थापित करने में मदद कर सकती हैं। ये उपाय वैवाहिक जीवन में प्रेम, समझ और सामंजस्य को बढ़ावा देने के लिए किए जाते हैं। नीचे कुछ महत्वपूर्ण ज्योतिषीय और धार्मिक उपाय दिए गए हैं:
DO ANY ONE OF THE BELOW REMEDY
आज की सबसे बड़ी समस्या भी है अक्सर देखने में आता है कि विवाह को हुए 1 महीना भी नहीं हो पाता और तलाक की अर्जियां कोर्ट तक पहुंच जाती हैं।
अक्सर जोड़े तलाक लेने के लिए क्यों तैयार हो जाते हैं आखिर उनके सामने तलाक लेने की कौन-कौन सी समस्याएं खड़ी हो जाती हैं।
एक दूसरे को ना समझ पाना, एक दूसरे को किसी तरह धोखा देना, एक दूसरे से सामंजस न बैठा पाना, जोड़े के बीच में अनेकों तरह की असमानता, एक दूसरे की आवश्यकतायें और इच्छाएं पूरी न कर पाना, गृह कलेश आपसी वाद विवाद आदि कारण होते हैं। Consult for divoce
1. विवाह में सामंजस्य के लिए ज्योतिषीय उपाय:
शुक्र ग्रह को मजबूत करना:
शुक्र ग्रह प्रेम, सौंदर्य और वैवाहिक सुख का कारक होता है। अगर शुक्र कमजोर या पीड़ित होता है, तो वैवाहिक जीवन में समस्याएं आ सकती हैं। शुक्र को मजबूत करने के लिए:
- शुक्रवार का व्रत रखें और सफेद वस्त्र धारण करें।
- देवी लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें सफेद वस्त्र अर्पित करें।
- शुक्रवार के दिन सफेद मिठाई का दान करें।
- हीरा या सफेद पुखराज धारण करें (किसी ज्योतिषी से परामर्श लें)।
मंगल दोष का निवारण:
अगर कुंडली में मंगल दोष है (मंगल का 1st, 4th, 7th, 8th, या 12th घर में होना), तो यह वैवाहिक जीवन में तनाव पैदा कर सकता है। मंगल दोष को शांत करने के लिए:
- हनुमान जी की आराधना करें और नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- मंगलवार का व्रत रखें और लाल वस्त्र धारण करें।
- पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं।
7th भाव और 7th भाव के स्वामी का उपचार:
- 7th घर वैवाहिक जीवन का कारक होता है। अगर 7th घर या इसके स्वामी पर कोई अशुभ ग्रहों की दृष्टि है, तो उसके निवारण के लिए संबंधित ग्रह के उपाय करें।
- शनिवार के दिन शनि की पूजा करें और शनिदेव को तेल चढ़ाएं।
हनुमान जी का वीर रुपक चित्र अपने घर की उत्तर दिशा में लगाएं।
2. विवाह में प्रेम और सद्भाव बनाए रखने के लिए धार्मिक उपाय:
शिव और पार्वती की पूजा:
शिव और पार्वती का विवाह आदर्श माना जाता है। उनकी पूजा से वैवाहिक जीवन में शांति और प्रेम बना रहता है।
- सोमवार के दिन शिवलिंग पर कच्चे दूध और जल से अभिषेक करें।
- "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का नियमित जाप करें।
- हर सोमवार को व्रत रखें और शिवजी को बिल्वपत्र अर्पित करें।
गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करना:
गौरी शंकर रुद्राक्ष को धारण करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और संतुलन बना रहता है। इसे शुद्धता और सही विधि से धारण करने पर विवाह संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।
गुरुवार का व्रत:
गुरुवार के दिन व्रत रखें और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें। इससे वैवाहिक जीवन में आर्थिक और भावनात्मक स्थिरता बनी रहती है।
राहु और केतु के उपाय:
- अगर राहु और केतु विवाह में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं, तो इन ग्रहों को शांत करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- राहु के लिए हस्सोनाइट (गोमेद) और केतु के लिए लहसुनिया धारण करें (ज्योतिषी की सलाह से)।
- हनुमान मंदिर सेप्राप्त दक्षिणमुखी हनुमान का सिंदूर जीवनसाथी की फोटो पर लगाएं।
- तलाक का कारण रा हु होनेपर दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर मेंलगातार सात शनिवार तक शाम के समय सात नारियल चढ़ाएं।
- राहु के कारण तलाक की स्थिति का निर्माण होनेपर दक्षिण मुखी हनुमा जी की उल्टी सात परिक्रमा सात शनिवार तक शाम के समय लगाएं।
- शनि ग्रह तलाक की स्थिति का कारण बनेतो हनुमान जी के चित्र पर सात शनिवार गुड़गु का भोग लगाने के बाद उसेकाली गाय को खिला दें।
- रविवार तक 7 अनार चढ़ानेके बाद उसेकिसी नवदंपति को भेंट करें।
3. अन्य महत्वपूर्ण उपाय:
गाय को भोजन कराना:
हर शुक्रवार को गाय को गुड़ और आटा खिलाएं। यह वैवाहिक जीवन में प्रेम और खुशहाली लाने में मदद करता है।
नारियल प्रवाहित करना:
तलाक या अलगाव से मुक्ति के लिए पानी में नारियल प्रवाहित करें। इसे मंगलवार या शनिवार के दिन करें।
स्वस्तिक बनाएं:
घर के मुख्य द्वार पर हल्दी और चंदन से स्वस्तिक बनाएं। यह वैवाहिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
हर दिन का एक विशेष मंत्र:
- "ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः" मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
मंगल के कारण तलाक की स्थिति मेंसात मंगलवार तांबेके लोटे मेंगेहूं भरकर उस पर लाल चंदन लगाकर लोटे समेत हनुमान मंदिर में चढ़ाएं।
ध्यान रखें:
- व्यक्तिगत परामर्श: ज्योतिषीय उपाय व्यक्तिगत होते हैं। इसलिए किसी भी उपाय को करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श जरूर लें।
- सकारात्मक दृष्टिकोण: ज्योतिषीय उपायों के साथ-साथ सकारात्मक दृष्टिकोण रखना भी बहुत जरूरी है।